पत्नी : फोन पे इतनी धीमी आवाज में किससे बात कर रहे हो ?
पती : बहन है..
पत्नी : तो फिर इतनी धीमी आवाज में किस लिए ?
पती : तेरी है, इस लिए..
ठण्ड में वादा नही करते कि दोस्ती निभायेंगे,
जरूरत पड़ी तो सब कुछ ले लो,
पर रजाई न दे पायेंगे....
अपने खिलाफ बाते खामोशी से सुन लो,यकीन मानो वक्त बेहतरीन जवाब देगा।
भाई लोगों ये जिन्हें हम Rose Day पर Rose देते हैं
क्या वो भी हमें रोज देंगी? (जस्ट फॉर जरनल नॉलेज)
तेरे पास में बैठना भी इबादत
तुझे दूर से देखना भी इबादत …….
न माला, न मंतर, न पूजा, न सजदा
तुझे हर घड़ी सोचना भी इबादत….