गुज़रे दिनों की भूली हुई बात की तरह,आँखों में जागता है कोई रात की तरह,उससे उम्मीद थी की निभाएगा साथ वो,वो भी बदल गया मेरे हालात की तरह।
ये ज़िन्दगी तेरी यादो से,
अब नासूर सी चुभती है,
किसे पता था मेरी दोस्त,
ये यादे ताज महल से बड़ी लगती है!
खुद नहीं जानते कितनी प्यारे हो आप,
जान हो हमारी पर जान से प्यारे हो आप,
दूरियों के होने से कोई फर्क नही पड़ता,
कल भी हमारे थे और आज भी हमारे हो आप।
अगर तुमसे कोई पूछे बताओ ज़िन्दगी क्या है,हथेली पर जरा सी राख़ रखना और उड़ा देना।
मुकेश अम्बानी ने पार्टी रखी..सबको एक हॉल में बिठाया गयातभी एक घोषणा हुई ....2 रुपये में अनलिमिटेड ब्रेकफास्ट ....सब लोग खा कर आराम से बैठ गए... वहां दूसरी घोषणा हुई1 रुपये में अनलिमिटेड लंच ....सब लोगों के साथ और लोग भी वहां पहुंचे पूरा हॉल एकदम फुलसब लोगों ने भरपेट खायाशाम को.... वहां तीसरी घोषणा हुई50 पैसे में अनलिमिटेड डिनर ....पूरा गांव आ गया.. सब लोगो ने एक साथ भर पेट खाना खाया...तभी फिरसे घोषणा हुई..25 पैसे में अनलिमिटेड स्वीट डिशबस फिर तो आसपास के गॉवों के लोग भी टूट पड़ेअभी वो खा ही रहे थे .....तभी एक और घोषणा हुईहाजमोला की गोली🕳 99 रुपये मेंअभी लोगों ने गोलिया खरीदी ही थीतभी एक और जबरदस्त घोषणा हुईToilet जाने के 303 रूपये..Jio............ji............. jio