वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं
क्रोध हमेशा मनुष्य को तब आता है
जब वह अपने आप को कमज़ोर और हारा हुआ पाता है
girlfriend को अपनी पलकों पर बिठा लो …
देकर हर ख़ुशी उसको.. उसके सारे गम चुरा लो …
प्यार करो उसको उसकी सहेली के सामने इतना कि उसकी सहेली भी कहे
….. जानू मुझे भी पटा लो
बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है
घर है कच्चा मेरा बरसात से डर लगता है
प्यार को छोड़ कर तुम और कोई बात करो
अब मुझे प्यार की हर बात से डर लगता है