पापा और पप्पू का नेक काम
पापा: आज तूने कौनसा अच्छा काम किया है?
पप्पू: एक आदमी बस के पीछे दौड़ रहा था। मैंने उसके पीछे अपना कुत्ता...
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छोड़ दिया। कुत्ते के डर के कारण वह और तेज दौड़ा और बस पकड़ ली
“Mangi khushiyan to zindagi de di.Andhero ne bhi humein roshni de di..Khuda se pucha mere liye kya haseen tohfa hai.Jawab mein usne aapki dosti de di”
कितना अजीब है उसका अंदाज़ मोहब्बत का ....रोज़ रुला कर कहता है ....'अपना ख्याल रखना
जब यार मेरा हो पास मेरे, मैं क्यूँ न हद से गुजर जाऊँ, जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना, या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।
तुझे चाहता रहा मै इस कदर,
के दुनिया व् भुला बैठा,
तेरी एक हसी के बदले,
अपनी ज़िन्दगी भुला बैठा