ना करना जुबां से इज़हार मोहब्बत का…बस इशारो से ही राज़-ए-दिल की बात बताने दो
हो मेहबूब तुम्हारे जैसा हसीन तो मुमकिन हैंदेख कर तुमको निगाहो में खुमार भर जाने दो
है गुज़ारिश नहीं संभालता ये इश्क़ हमसेअब तो टूट कर बाहो में बिखर जाने दो
Jis Jagah Jaakar Koee Vaapas Nahin AataJaane Kyon Aaj Vahaan Jaane Ko Jee Chaahata Hai
खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।
ऐसा लगता है, हर इम्तिहाँ के लिए,
किसी ने जिन्दगी को हमारा पता दे दिया है
सूरज नहीं डूबा ज़रा सी शाम होने दो”
मैं खुद लौट जाउंगा मुझे नाकाम होने दो”
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूँढ़ते हो क्यों
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले नाम होने
दो..