“राधा का रंग और कान्हा की पिचकारी,
प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी।
यह रंग ना जाने कोई जात ना कोई बोली,
मुबारक को आपको खुशियाँ और रंगो भरी होली।”
राधा के रंग और कृष्णा की पिचकारी,
प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी,
ये रंग ना जाने कोई मजहब ना कोई बोली,
मुबारक हो आपको खुशियों भरी होली.
राधा का रंग और कान्हा की पिचकारी
प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी
यह रंग ना जाने कोई जात ना कोई बोली
मुबारक हो आपको रंगों भरी होली
चंदन की लकड़ी फूलों का हार,अगस्त का महीना सावन की फुहार,भैया की कलाई बहन का प्यार,मुबारक हो आपको रक्षा-बंधनका त्यौहार।
पूर्णिमा का चाँद, रंगो की डोली
चाँद से उसकी, चांदनी बोली
खुशियों से भरे, आपकी झोली
मुबारक हो आपको, रंग-बिरंगी होली