आज बहुत तकलीफ में हूं
दुआ करो सबर मिल जाए
या कबर मिल जाए।
जिनकी मोहब्बत सच्ची होती है,
उनके नसीब में दर्द ही लिखा होता है।
भूल गया होता तो अलग
बात थी, लेकिन उसने तो
मुझे जान बूझ कर भुलाया है।
बस इतनी सी ही कहानी थी मेरी मोहब्बत की मौसम की तरह तुम बदल गए, फसल की तरह मैं बरबाद हो गया|
ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की... और कहेना,के कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाशउनके आँचल का इंतज़ार करती है..........
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया|