कितने शान थे कॉलेज के दिन भी
क्लास न लेने की हजारो वजह थी
और क्लास लेने की सिर्फ तुम।
कितने भी कमीने हो कॉलेज के दोस्त
लेकिन कॉलेज ख़त्म होने के बाद
उनकी यादे बहोत आती हे।
😁 क्लास में मस्ती थी हमारी भी कुछ हस्ती थी
टीचर का सहारा था दिल यह आवारा था 😁
अक्सर याद आता है कॉलेज का जमाना,
दिल में इश्क और मन पढ़ाई में लगाना.
याद आते है वो स्याही से रंगें हाथ,
क्या दिन थे वो जब करते थे लंच दोस्तों के साथ.
आज भी जब कॉलेज के दोस्त मिल जाते हैं,
तो दिल में जवानी के फूल खिल जाते हैं.