चुनाव को लेकर चार लाइन लिखी, जो बहुत जरूरी भी है..तुम मेरी बात पे चेहरा उदास मत करना,इधर की सुनके, उधर जाके बात मत करना,चुनाव चार दिन के है, ताल्लुक़ जिन्दगी भर के..किसी भी दोस्त से रिश्ता खराब मत करना।
चुनाव को लेकर चार लाइन लिखी, जो बहुत जरूरी भी है..
तुम मेरी बात पे चेहरा उदास मत करना,
इधर की सुनके, उधर जाके बात मत करना,
चुनाव चार दिन के है, ताल्लुक़ जिन्दगी भर के..
किसी भी दोस्त से रिश्ता खराब मत करना।
शत्रु को सदैव भ्रम में रखना चाहिए ।
जो उसका अप्रिय करना चाहते हो तो उसके साथ सदा मधुर व्यवहार करो
उसके साथ मीठा बोलो । शिकारी जब हिरण का शिकार करता है
तो मधुर गीत गाकर उसे रिझाता है, और जब वह निकट आ जाता है,
तब वह उसे पकड लेता है
Na zuban se,
Na nigahon se,
Na dimag se,
Na rango se,
Na greeting se,
Na gift se,
Aapko “Jashne Azadi Mubarak” direct dil se
“हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।”