Teri Kami Khalti Rahti Hai Sada,
Ek Be Naam Tasweer Ki Tarah.
आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है,न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है,यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का,उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है..
अब कभी हम ना मिलेंगेएक बार जुदा होने के बादअब बता देना मुश्किलों को भीनया घर तलाश कर लोसारी मुश्किलें ख़त्म हो जाएँगीतुझसे बिछड़ने के बाद
वर्षों से दहलीज़ पर कड़ी वो मुस्कान है,
जो हमारे कानो में धीरे से कहती है,
“सब अच्छा होगा”