एक आदमी ने अपने बेटे को दर्जी का काम सीखने को बिठाया |
दो महीने तुम्हें काम सीखते हो गए | इन दो महीनों में तुमने क्या सीखा ?
बेटे ने जवाब दिया - गला काटना सीख गया हूं , अब जेब काटना सीख रहा हूं |
वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं
I'll write a book on PJ's and dedicate it to whom?
Ans: Our (ex) president.... why?
scroll down for answer..
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becoz he is Mr. A.P.J. Abdul Kalam
इश्क का होना भी लाजमी है शायरी के लिये..कलम लिखती तो दफ्तर का बाबू भी ग़ालिब होता।
Wo Chham chham karke aayi,Main mangal sutra lekar khada tha,Wo Rakhi bandhkar chali gayi.