प्यार का तराना उपहार हो
खुशियों का नजराना बेशुमार हो
ना रहे कोई गम का एहसास
ऐसा नवरात्री उत्सव का साल हो |
जय माँ दुर्गा |
वो नहीं आते पर निशानी भेज देते हैख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देते हैकितने मीठे है उनकी यादो के मंज़रकभी कभी आँखों में पानी भेज देते है
तुमसे ही रूठ कर तुम्ही को याद करते हैं
हमे तो ठीक से नाराज़ होना भी नही आता
लाखों तूफान उठे है इस दिल में
तुजे देखने के बाद
काश
जुल्फों की काली घटाओं से ढक पाऊ
ये चाँद सा चेहरा तेरा
Yaad rahega ye dour- E hayaat humko
Ki tarse the zindgi me zindgi ke liye