Ghamand Jis Insan Ke Indar Hota Hai
Uska Akal Bahar Ho Jati Hai.
Aansu na hote to aankh itni haseen na hoti,
Dard na hota to khushiyo kya hoti,
Puri karte khuda yuhi sab muraade,
To ibadat ki kabhi zarurat na hoti.
इत्तेफाक से तो नहीं,
हम दोनों टकराये
कुछ तो साजिश
खुदा की भी होगी
बरस रहे बादल आँखे रो रहीतन्हाई हर बात कह रहीजाये तो कहा जायेहर ओर गम की हवा चल रहीबड़ा अजीब मंजर है इश्क कामर चुका मानस मगर साँस चल रही
आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है,न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है,यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का,उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है..