Jabse Dekha Hai Najron Ne Aapko,
Inko Aur Kuch Bhi Najar Nahi Aata,
Na Jaane Kaisa Kiya Hai Jaadu Aapne,
Koi Aur Chehra Isko Nahi Bhata.
इंसान को तब ही समझ में जीवन का सार आता है,जब वह ज़माने से तो जीत, मगर खुद से हार जाता है !!
न किसी के दिल की हूँ आरजू….
न किसी नज़र की हूँ जुस्तजू….
मैं वो फूल हूँ जो उदास हो…
ना बहार आए तो क्या करू …
जिंदगी का हर लम्हा कुछ सिखाता है
इस साल ने भी बहुत कुछ सिखाया है
नया सीखते रहिये कभी तो काम आएगा
आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
सोचा था तुझपे प्यार लुटाकर तेरे दिल में घर बनायेंगे…..हमे क्या पता था दिल देकर भी हम बेघर रह जाएँगे.…..