बरसात हुई और भीग गए हम,
वाह वाह…. वाह वाह
रजनीकांत ने फूँक मारी और सुख गए हम.
जिसने अपनी इच्छाओं पर काबू पा लिया,
उस मनुष्य ने जीवन के दुखों पर काबू पा लिया..!!
अगर आप नेक इंसान हो और लोग आपको बुरा कहे तो चलेगा,
क्यूँकि यह इससे कही अच्छा है कि तुम बुरे हो और लोग तुम्हें अच्छा कहे.
कभी शोख हैं,
कभी गुम सी है..
ये बारिशे भी तुम सी है..