बहोत अंदर तक जला देती है,वो शिकायतें जो बयाँ नही होती..
या देवी सर्वभूतेषु
शक्तिरूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमस्तस्यै नमो नम:.
रोज़ ये दिल बेकरार होता है,काश के तुम समझ सकते कीचुप रहने वालो को भी किसी से प्यार होता है...
देवी माँ के कदम आपके घर
में आयें, आप ख़ुशी से नहायें,
परेशानियाँ आपसे आँखें चुरायें,
नवरात्री की आपको ढेरों
शुभ कामनाएं।
शुभ नवरात्री।