खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब,मैं अपने दुखों में रहता हु नवावो की तरह...
अपने खिलाफ बाते खामोशी से सुन लो,यकीन मानो वक्त बेहतरीन जवाब देगा।
माँ तेरी कृपा रही तो
एक दिन अपना भी मुकाम होगा,
70-80 लाख की Audi Car
होगी, और Front शीशे पे
माँ दुर्गा का नाम होगा ।
जय मातादी…
इश्क का होना भी लाजमी है शायरी के लिये..कलम लिखती तो दफ्तर का बाबू भी ग़ालिब होता।