एडमिन ने ढाबा खोला..
ग्राहक –
मेरी चाय मै मक्खी डूब कर मरी पड़ी है |
एडमिन –
तो क्या करू?
मै ढाबा चलाऊ या इन्हे तैरना सीखाऊँ |
Kaise kahukMujheTumsePPyPyaPyaaPyaaaPyaaaPyaaaaPyaaPyaazzaurAaaluMangwane hai
किसी गरीब की झोली में,
जब मैंने एक सिक्का डाला,
तब पता चला कि –
महंगाई के इस दौर में,
दुआएं, आज भी कितनी सस्ती हैं।
संता ने बंता को हिंदी SMS भेजा
भेजने वाला महान,पढ़ने वाला गधा.बंता गुस्से में वापिस sms भेजता है:भेजने वाला गधा,पढ़ने वाला महान!!
लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तक़ाज़ा है,
मेरे दिल का दर्द अभी ताज़ा ताज़ा है,
गिर पड़ते हैं मेरे आँसू मेरे ही काग़ज़ पर
लगता है कलम में स्याही का दर्द ज़्यादा है!!