वो सामने है मेरे
और जुदा भी है..
वो गुनहगार है मेरा
और खुदा भी है.!!
उमंग दिल में और आँखों में है प्यार
खुशियाँ लेकर आया बसंत का त्योंहार
शरद की फुहार, किरणें सूरज की
हो शुभकामना आपको बसंत की
वो चैन से बैठे हैं मेरे दिल को मिटा कर
ये भी नहीं अहसास के क्या चीज़ मिटा दी
पत्नी – चलो उठो, चाय नास्ता बनाने जाओ…
पति उठकर सीधा बाहर जाने लगा…
पत्नी – कहा जा रहे हो ?
पति – वकील के पास, तुमसे तलाक लेने…
थोड़ी देर बाद पति वापस घर आया और चाय बनाने लगा…
पत्नी – क्या हुआ ?
पति – कुछ नहीं… वकील साहब पोछा लगा रहे थे…
कौन याद रखता हैं गुजरे हुए वक़्त के साथी कोलोग तो दो दिन में नाम तक भुला देते हैं |