उसी का शहर, वही मुद्दई, वही मुंसिफ
हमीं यकीन था, हमारा कुसूर निकलेगा
यकीन न आये तो एक बार पूछ कर देखो
जो हंस रहा है वोह ज़ख्मों से चूर निकलेगा
खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।
चला जा SMS गुलाब बन के,होगी सच्ची दोस्ती तो आएगा जवाब,अगर ना आये तो मत होना उदास,बस समझ लेना की मेरे लिए वक्त नही था उनके पास |
मुझे भी जरुरुत है तेरी बाहो की।दुनिया के वजूद और दुनिया के रास्ते बहुत कमजोर है.
साइलेंट मोड पर
सिर्फ
फ़ोन अच्छे लगते है....
रिश्ते - नाते
और
दोस्त नहीं।
गुड मॉर्निंग