अभी चौपाल में देखा कि चार लडके एक ही
बीड़ी पी कर काम चला रहे हैं….
-.-
और लोग कह देते हैं कि..
राष्ट्रीय एकता खतरे में है….!!
लो बसंत फिर आई, फूलों पर रंग लायी,
बजे जल तरंग मन पर उमंग छायी लो वसंत फिर आई।
मेरी बर्बादी पर तू कोई मलाल ना करना,भूल जाना मेरा ख्याल ना करना,हम तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न ओढ़ लेंगे,पर तुम मेरी लाश ले कोई सवाल मत करना!
Ye Gum Tanhayi Dard Aur Yaado Ke Saye...
Ye Sab Tohfe Hamne Unse Hi Hai Paye...
जीवन सत्य और सुंदर है और इसे जीने में आनन्द है।
अनुभव करने का नजरिया अलग अलग हो सकता है।