Kabhi Hasa Dete Ho, Kabhi Rula Dete Ho,
Kabhi Kabhi Neend Se Jaga Dete Ho,
Magar Jab Bhi Dil Se Yaad Karte Ho,
Kasam Se Zindagi Ka Ek Pal Badha Dete Ho.
जब से बाजी, वफा की हारे हैं.
दोस्तों, हम भी गम के मारे हैं.
तुम हमारे सिवा,सभी के हो,
हम किसी के नहीं,तुम्हारे हैं
“तेरी यादों के जो आखिरी थे निशान,दिल तड़पता रहा, हम मिटाते रहे...ख़त लिखे थे जो तुमने कभी प्यार में,उसको पढते रहे और जलाते रहे....”
संता – दुनिया में सबसे ज्यादा हिम्मत वाला आदमी कौन है?
बंता – धोबी
संता – कैसे ?
बंता – किसी के भी घर में जाके बोल देता है कि-
जल्दी से कपड़े निकाल लो,
मैं लेने आ रहा हूँ
Ujalon mein reh kar andhera mangta hoon
Raat ki chandni se savera mangta hoon
Daulat shohrat ki nahi jarurat
Main to har sans me tera basera mangta hu.