ये तो अच्छा हुआ कि 1947 में Whatsapp नहीं था..वरना आजादी के लिए कोई जंग में उतरता ही नहीं...लोग घर बैठे ही कहते कि इस मैसेज को इतना फैलाओ कि अंग्रेज खुद भारत छोड़कर भाग जाये|
Wada Na Karo Agar Tum Nibha Na Sako,Chaho Na Usko Jise Tum Pa Na Sako,Dost To Duniya Me Bahot Hote Hai,Par Ek Khas Rakho Jiske Bina Tum Muskura Na Sako
Tujh Se Nahi Waqt Se Naraz Hu Main
Jo Kabhi Tumko Mere Liye Nahi Milta…!!!
एक पागल आइने में खुद को देख
कर सोचने लगा यार इसको कहीं देखा हूँ।
काफी देर टेंसन में सोचते सोचते-----
धत्त तेरी की ये तो वही है
जो उस दिन मेरे साथ बाल कटवा रहा था
संता घबराता हुआ पुलिस स्टेशन गया
संता – मैं गिरफ्तार होने जा रहा हूँ
बंता – क्यों भाई तुमने क्या किया ?
संता – मैंने अपनी बीवी के सर पे
जोर से डंडा मार दिया था
बंता – तो वो मर गयी क्या बेचारी
संता – नहीं बच गयी
और अब वो मुझे नहीं छोड़ेगी