बहुत मुश्किल से करता हूँ,तेरी यादों का कारोबार,मुनाफा कम है,पर गुज़ारा हो ही जाता है...#गुलज़ार
हाथो की लकीरों पे मत जा ए ग़ालिब,नसीब उनके भी होते हैं जिनके हाथ नहीं होते|
नहीं ‘मालूम ‘हसरत है या तू मेरी मोहब्बत है,बस इतना जानता हूं कि मुझको तेरी जरूरत है।
काश यह जालिम जुदाई न होती!
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती! न
हम उनसे मिलते न प्यार होता!
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती!
Aaj Ek Sweater Aur Pehen Lo,Aaj Ek Razai Aur Odh Lo,Aaj Ek Mufler Aur Lapet Lo,Aaj 2 Moze Aur Pehen Lo,Aaj Ek Kehwa Aur Pii Lo,Aaj Ek Heater Aur Chala Lo,Kya Pta. Kal Thand Ho Na Ho!