मेरा हर लम्हा चुरा लिआ आपने,आँखों को एक चाँद दिखा दिया आपने,हमें जिन्दगी दी किसी और ने,पर प्यार इतना देकर जीना सीखा दिया आपने।
ये कश्मकश है ज़िंदगी की, कि कैसे बसर करें,ख्वाहिशे दफ़न करे, या चादर बड़ी करें।
भूलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता,मैंने नहीं मेरे दिल ने चुना है तुम्हें!
शादी में इक खूबसूरत लड़की मुझसे कहने लगी: - "क्या आप डांस करना पसंद करोगे...?"मैने खुश होते हुए कहा: - "हां-हां क्यों नही..." लड़की बोली: - "तो फिर आपकी कुर्सी मैं ले जाऊँ...